- Scholarship की देरी! उज्जैन के नाराज SC-ST छात्रों ने किया जोरदार प्रदर्शन, टॉवर चौक पर दिया धरना; कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन
- नीमच में आधी रात हुआ हाई-वोल्टेज ड्रामा: ग्रामीणों ने पुलिस को बना लिया बंधक, फिर हुआ लाठीचार्ज और दागे गए आंसू गैस के गोले ...
- भस्म आरती: ड्राईफ्रूट, रुद्राक्ष, भांग और चंदन अर्पित कर राजा स्वरूप में किया गया बाबा महाकाल का दिव्य श्रृंगार!
- सख्त कार्रवाई से चर्चा में आई बुरहानपुर कलेक्टर भव्या मित्तल, रिश्वत लेने वाले क्लर्क को बनाया चपरासी; पूरे देश में छाई चर्चा
- तेज रफ्तार बस ने दो युवकों को रौंदा, मौके पर हुई मौत; जबलपुर में मेला घूमकर लौटते वक्त हुई दुखद घटना
आज से खुलेंगे कॉलेज:कॉलेज जा रहे हैं तो अपने साथ वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट और पैरेंट्स की सहमति जरूर रखें
विक्रम विश्वविद्यालय से संबद्ध कॉलेजों में आज से पढ़ाई शुरू हो जाएगी। फिलहाल छात्रों की 50 फीसदी क्षमता के साथ कॉलेज खोले जाएंगे, लेकिन टीचिंग और क्लेरिकल स्टाफ की शत प्रतिशत मौजूदगी अनिवार्य रहेगी। कॉलेज में प्रवेश केवल उन्हीं छात्रों को मिलेगा, जिन्होंने कोरोना वैक्सीन का कम से कम एक डोज लगवा लिया है। छात्रों को प्रवेश से पहले यह सर्टिफिकेट दिखाना होगा।
विक्रम विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. अखिलेश कुमार पांडेय ने बताया कि एक बार सर्टिफिकेट दिखाने के बाद नाम रजिस्टर में लिख लिया जाएगा। इसके बाद वैक्सीन सर्टिफिकेट की आवश्यकता नहीं रहेगी। कोरोना वैक्सीन लगवान के बाद ही कक्षाओं में बैठने की मंजूरी दी जाएगी। कॉलेज की लाइब्रेरी भी खोली जाएगी। कुल क्षमता के 50% ही छात्र वहां मौजूद रह सकेंगे।
प्रो. पांडेय ने बताया कि विवि ने क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटी का गठन किया है, जो कॉलेजों में कोविड-19 की गाइडलाइन का पालन कराएगी। वहां आने वाले छात्रों व स्टाफ के वैक्सीन की जानकारी भी ली जाएगी। यदि कहीं जरूरी हुआ तो हम वैक्सीनेशन कैंप भी लगवाएंगे।
हालांकि अभी प्रारंभिक तौर पर कुछ ही कॉलेज खोले जाएंगे। विवि ने जो नए पाठ्यक्रम शुरू किए हैं, उनमें छात्रों की संख्या जहां कम होगी वहां सभी को बुलाया जा सकता है। हमारे कुछ पाठ्यक्रमों में 1 अक्टूबर से ही पढ़ाई शुरू होगी, इसलिए वहां के बारे हमने अभी कोई प्लान नहीं बनाया है। जिन कक्षाओं में छात्र संख्या अधिक होगी वहां 50 फीसदी क्षमता के साथ ही बुलाएंगे। लेकिन ये निर्णय क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटी करेगी।
ये सावधानी रखी जाएगी –
– कॉलेज/छात्रावास में विद्यार्थियों और स्थानीय स्टाफ को ही प्रवेश मिलेगा।
– अभिभावकों की लिखित सहमति के आधार पर ही विद्यार्थियों को कॉलेज/छात्रावास में प्रवेश मिलेगा।
– कॉलेज/छात्रावास परिसर में प्रवेश से पहले सोशल डिस्टेंसिंग सैनिटाइजेशन और सभी विद्यार्थियों की थर्मल स्क्रीनिंग की जाएगी।